यहां आपको सबसे अच्छी दर्द भरी Sad Shayari मिलेगी, वो भी HD Photos के साथ। हमारी इस पोस्ट में एक से बढ़कर एक Sad Shayari है। यकीन न हो तो देख लो…
प्यारे दोस्तों, मित्रों और उनकी खूबसूरत सहेलियों: पेश है आपके सामने पूरे इंटरनेट जगत की सबसे धांसू रुला देने वाली Sad Shayari in Hindi.

कभी फुर्सत मिले तो सोचना जरूर,
एक लापरवाह लड़का क्यों तेरी परवाह करता था…
रहता तो नशा तेरी यादों का ही है,
कोई पूछे तो कह देता हूँ पी राखी है।

मत पूछ मुझे………, क्या गम है!
तेरे वादे पे ज़िंदा हूँ, क्या कम है!!
वो सोचती होगी बड़े चैन से सो रहा हूँ मैं,
उसे क्या पता ओढ़ के चादर रो रहा हूँ मैं।

मुझे जिस चिराग से प्यार था…
मेरा सब कुछ उसी ने जला दिया…
निकाल दिया उसने हमें अपनी जिंदगी से, भीगे कागज़ की तरह,
न लिखने के काबिल छोड़ा न जलने के।
Sad Shayari In Hindi For Boyfriend Or Girlfriend

हम तो नरम पत्तों की शाख़ हुआ करते थे,
छीले इतने गए कि “खंज़र ” हो गए…
वजह तक पूछने का मौका ही ना मिला,
बस लम्हे गुजरते गए और हम अजनबी होते गए।

निकले हम दुनिया की भीड़ में तो पता चला की…
हर वह शख्स अकेला है, जिसने मोहब्बत की है!
अब मोहब्बत नहीं रही इस जमाने में,
क्योंकि लोग अब मोहब्बत नहीं मज़ाक किया करते है।

पलकों की हद तोड़ के, दामन पे आ गिरा,
एक आसूं मेरे सब्र की, तोहीन कर गया।
अच्छा है आँसुओं का रंग नहीं होता,
वरना सुबह के तकिये रात का हाल बयां कर देते।

टूटे हुए दिल भी धड़कते है उम्र भर,
चाहे किसी की याद में या फिर किसी फ़रियाद में!!
टूट कर चाहना और फिर टूट जाना,
बात छोटी है मगर जान निकल जाती है।

हर दर्द का इलाज़ मिलता था जिस बाज़ार में,
मोहब्बत का नाम लिया तो दवाख़ाने बन्द हो गये!!
अभी एक टूटा तारा देखा, बिलकुल मेरे जैसा था,
चाँद को कोई फर्क न पड़ा, बिलकुल तेरे जैसा था।

छोड़कर अपनी यादों की निशानियां मेरे दिल में,
वो भी चले गये वक्त की तरह।
सजा ये है की बंजर जमीन हूँ मैं,
और जुल्म ये है की बारिशों से इश्क़ हो गया।

तरस आता है मुझे अपनी, मासूम सी पलकों पर,
जब भीग कर कहती हैं कि अब, रोया नहीं जाता।
फ़रियाद कर रही है तरसी हुई निगाहें,
किसी को देखे एक अरसा हो गया।

न ज़ख्म भरे, न शराब सहारा हुई,
न वो वापस लोटी, न मोहब्बत दोबारा हुई..
हमें देख कर जब उसने मुँह मोड़ लिया,
एक तसल्ली हो गयी चलो पहचानते तो हैं।

मैं तो रह लूंगा तुझसे बिछड़ कर तन्हा भी,
बस दिल का सोचता हूँ, कहीं धडकना न छोड़ दे!!
सिर्फ हम ही है तेरे दिल में,
बस यही गलतफहमी हमें बर्बाद कर गई।

छोड़ दिया हमने तेरे ख्यालों में जीना,
अब हम लोगों से नहीं, लोग हमसे मोहब्बत करते है।
मोहब्बत नही तो मुकदमा हि दायर कर दे जालिम,
तारीख दर तारीख तेरा दीदार तो होगा।

मुस्कुराने की आदत भी कितनी महँगी पड़ी हमे,
छोड़ गया वो ये सोच कर की हम जुदाई मे भी खुश हैं!!
दुआ करना दम भी उसी तरह निकले,
जिस तरह तेरे दिल से हम निकले।

तलब ऐसी कि अपनी सांसों में समा लू तुझे,
किस्मत ऐसी कि देखने को भी मोहताज हूँ तुझे!!
दर्द मुझको ढूंढ लेता है, रोज नए बहाने से,
वो हो गया वाकिफ़, मेरे हर ठिकाने से।

रहेगा किस्मत से यही गिला ज़िंदगी भर,
जिसको पल-पल चाहा उसी को पल-पल तरसे!!
कत्ल हुआ हमारा इस तरह किस्तों में,
कभी खंजर बदल गए, कभी कातिल बदल गए।

कल रात का आलम इस कदर था यारो,
उसकी यादों ने मेरी आँखो को सोने ना दिया!!
रात तकती रही आँखो में, दिल आरजू करता रहा,
कोई बे-सबर रोता रहा, कोई बे-खबर सोता रहा..!!

बहुत मासूम होते है ये आँसू भी,
ये गिरते उनके लिए है, जिन्हें परवाह नहीं होती।
खता उनकी भी नहीं है वो क्या करते,
हजारों चाहने वाले थे किस-किस से वफ़ा करते।

चले जायेंगे एक दिन, तुझे तेरे हाल पर छोड़कर…
कदर क्या होती हैं प्यार की, तुझे वक़्त ही सीखा देगा…
माफ़ी चाहता हूँ गुनेहगार हूँ तेरा ऐ दिल,
तुझे उसके हवाले किया जिसे तेरी कदर नहीं।

न जाने कौन सी साजिशों के हम शिकार हुए,
जितना साफ दिल रखा उतने ही हम दागदार हुए।
शायरी के लिए कुछ ख़ास नहीं चाहिए,
एक यार चाहिए और वो भी दगाबाज चाहिए।

लगता है मैं भूल चुका हूँ, मुस्कुराने का हुनर,
कोशिश जब भी करता हूँ, आँसू निकल आते हैं..!
शीशे में डूब कर, पीते रहे उस “जाम” को,
कोशिशें तो बहुत की मगर, भुला ना पाए एक “नाम” को।

ख्वाहिश तो न थी किसी से दिल लगाने की,
पर किस्मत में दर्द लिखा हो तो मुहब्बत कैसे ना होती।
किस्मत की किताब तो खूब लिखी थी मेरी खुदा ने,
बस वही पन्ना गुम था जिसमें मुहब्बत का जिक्र था।

लगा कर आग सीने में, चले हो तुम कहाँ,
अभी तो राख उड़ने दो, तमाशा और भी होगा।
अपना बनाकर फिर कुछ दिनों में बेगाना बना दिया,
भर गया दिल हमसे और मजबूरी का बहाना बना दिया।

आदत बदल सी गई है वक्त काटने की,
हिम्मत ही नहीं होती अपना दर्द बांटने की।
तन्हाई की चादर ओढ़कर रातों को नींद नहीं आती हमें,
गुजर जाती है हर रात किसी की बातों को याद करते करते।

मैं अक्सर रात में यूं ही सड़क पर निकल आता हूँ,
यह सोचकर की कहीं ,चाँद को तन्हाई का अहसास न हो।
हमने उतार दिए सारे कर्ज तेरी मुहब्बत के,
अब हिसाब होगा तो सिर्फ तेरे दिए हुए जख्मों का।

लिखी है खुदा ने मोहब्बत सबकी तक़दीर में,
हमारी बारी आई तो स्याही ही ख़त्म हो गई!!
बिखरती रही जिंदगी बूँद-दर-बूँद,
मगर इश्क़ फिर भी प्यासा रहा।

जुल्म के सारे हुनर हम पर यूँ आजमाये गये,
जुल्म भी सहा हमने, और जालिम भी कहलाये गये!!
सुना था मोहब्बत मिलती है, मोहब्बत के बदले,
हमारी बारी आई तो, रिवाज ही बदल गया।

दुनिया फ़रेब करके हुनरमंद हो गई…
हम ऐतबार करके गुनाहगार हो गए…
कैसे दूर करूँ ये उदासी, बता दे कोई,
लगा के सीने से काश, रुला दे कोई।

शुक्र करो कि हम दर्द सहते हैं, लिखते नहीं।
वरना कागजों पर लफ़्ज़ों के जनाज़े उठते।

माना मौसम भी बदलते है मगर धीरे-धीरे,
तेरे बदलने की रफ़्तार से तो हवाएं भी हैरान है।

ज़िन्दगी की हर शाम, हसीन हो जाए…
अगर मेरी मोहब्बत मुझे, नसीब हो जाये…

लम्हा दर लम्हा साथ, उम्र बीत ज़ाने तक,
मोहब्बत वहीं हैं ज़ो चले, मौत आने तक…

भीगी नहीं थी मेरी आँखें कभी, वक़्त की मार से…
देख तेरी थोड़ी सी बेरुखी ने इन्हें, जी भर के रुला दिया…

मेरी आँखो का हर आँसू, तेरे प्यार की निशानी है,
जो तू समझे तो मोती है, ना समझे तो पानी है…

इन्हीं रास्तों ने जिन पर मेरे साथ, तुम चले थे…
मुझे रोक के पूछा की तेरा, हमसफ़र कहाँ है…

खैर कुछ तो किया उसने…
चलो तबाह ही सही…!

जागना कबूल हैं तेरी यादों में रात भर,
तेरे एहसासों में जो सुकून है वो नींद में अब कहाँ!!

आखिर क्यों बस जाते हैं दिल में, बिना इजाज़त लिए वो लोग,
जिन्हे हम ज़िन्दगी में कभी पा, नहीं सकते।

मुस्कुराने की अब वजह याद नहीं रहती,
पाला है बड़े नाज़ से… मेरे गमों ने मुझे!

खुदखुशी करने से मुझे कोई परहेज नही है,
बस शर्त इतनी है कि फंदा तेरी जुल्फों का हो!!

मैंने दरवाज़े पे ताला भी लगा कर देखा लिया,
पर ग़म फिर भी समझ जाते है की मैं घर में हूँ!!

मुझे नींद की इजाज़त भी उनकी यादों से लेनी पड़ती है,
जो खुद आराम से सोये हैं, मुझे करवटों में छोड़ कर।

भला कौन इस दिल की इतनी, देख-भाल करे…
रोज़-रोज़ तो इसकी किस्मत में, टूटना ही लिखा है…

मैने माँगा था थोड़ा सा उजाला अपनी जिंदगी में,
चाहने वालों ने तो आग ही लगा दी।

उदास कर देती है हर रोज ये बात मुझे,
ऐसा लगता है भूल रहा है कोई मुझे धीरे-धीरे…

समझदार ही करते है अक्सर गलतिया,
कभी देखा है, किसी पागल को मोहब्बत करते।

मौहब्बत की मिसाल में बस इतना ही कहूँगा…
बेमिसाल सज़ा है, किसी बेगुनाह के लिए!!

हमे क्या पता था, आसमान इस कदर रो पडेगा,
हमने तो बस उसे अपनी दास्तां सुनाई थी!!

याद में नशा करता हूँ…
और नशे में याद करता हूँ…
Final Words: इसके अलावा हमारे पास खास आपके लिए Love Shayari का बेहतरीन कलेक्शन मौजूद है। क्या पता इसे पढ़कर आपका दिल एक बार फिर प्यार की राह पर चल पड़े. क्योंकि बिन प्यार के सब सूना-सूना लगता है।
अगर आप किसी से बेइंतहा प्यार करते है तो आपके लिए Romantic Shayari का बेहतरीन चुन-चुन कर तैयार किया गया कलेक्शन है आप ये Romantic Shayari पढ़कर अपनी महबूबा को मिलने के लिए पागल हो उठेंगे। ये शायरी आप अपने प्यार के पास भेजिए फिर देखिये वो आपको पाने के लिए तड़प उठेंगी।
कहते है दुःख की दुःख में दोस्त ही पहला सहारा बनते है और उन्हें कभी भूलना नहीं चाहिए। दोस्तों के लिए यहाँ आपको प्यार भरी Dosti Shayari मिलेगी। जो आपकी दोस्ती की यादों को एक बार फिर ताजा कर देगी। आप अपने दोस्त से मिलने को आतुर हो उठेंगे। आपको वो सब हसीन पल याद आएँगे जो आपने अपने दोस्त के साथ बिताये थे।